तंबाकू चबाने वालों में कार्डियोवस्कुलर रोग(फेफड़ों की बीमारी) होने की संभावना बढ़ जाती है। > निकोटिन से ब्लड प्रेशर बढ़ता है, रक्त धमनियों में रुकावट आती है। रक्त में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। > तंबाकू चबाने से दांतों की जड़ों में गम भर जाता है, केविटी जमा होती है।
गुटखा, एक प्रकार का तंबाकू उत्पाद है जो कई लोगों द्वारा पूरे भारत में खाया जाता है। इसमें तंबाकू, सुपारी, और विभिन्न प्रकार के हानिकारक रसायन होते हैं जो शरीर को गंभीर रूप से प्रभावित करते हैं। गुटखा खाने के किसी भी प्रकार के “फायदे” नहीं होते, बल्कि इसके सेवन से शरीर को कई गंभीर नुकसान होते हैं।
गुटखा खाने के नुकसान
- मुंह का कैंसर:
गुटखा का सबसे बड़ा नुकसान मुंह के कैंसर के रूप में सामने आता है। तंबाकू और सुपारी के कारण मुंह में संक्रमण हो सकता है, जो धीरे-धीरे कैंसर में बदल सकता है। गुटखा खाने वालों में मुंह के कैंसर का खतरा सामान्य लोगों की तुलना में कई गुना अधिक होता है। - दांतों की समस्या:
गुटखा में मौजूद तंबाकू और अन्य रसायन दांतों को कमजोर बना देते हैं। इससे दांतों में सड़न, मसूड़ों में सूजन, और दांतों के झड़ने जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। लंबे समय तक गुटखा खाने से दांतों का रंग पीला हो जाता है और बदबू आने लगती है। - हृदय रोग:
गुटखा खाने से हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। तंबाकू में निकोटीन होता है जो ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है, जिससे हृदय पर अधिक दबाव पड़ता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है। - पाचन तंत्र की समस्याएं:
गुटखा का सेवन करने से पेट और आंतों में सूजन हो सकती है। यह पाचन तंत्र को कमजोर करता है, जिससे कब्ज, एसिडिटी और पेट में अल्सर जैसी समस्याएं हो सकती हैं। - गले का कैंसर:
गुटखा खाने से केवल मुंह का कैंसर ही नहीं, बल्कि गले का कैंसर भी हो सकता है। तंबाकू और रसायनों के सेवन से गले के ऊतकों में सूजन होती है, जो आगे चलकर कैंसर का रूप ले सकती है। - श्वसन तंत्र की समस्याएं:
गुटखा खाने से फेफड़ों पर भी बुरा असर पड़ता है। तंबाकू और अन्य रसायन श्वसन तंत्र को प्रभावित करते हैं, जिससे सांस लेने में तकलीफ, अस्थमा, और फेफड़ों के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। - नर्वस सिस्टम पर असर:
गुटखे में मौजूद तंबाकू और निकोटीन नर्वस सिस्टम को भी प्रभावित करते हैं। इसके सेवन से सिरदर्द, चक्कर आना, और मानसिक कमजोरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। - ब्लड शुगर और डायबिटीज:
गुटखा खाने से ब्लड शुगर का स्तर बढ़ सकता है, जिससे डायबिटीज जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। डायबिटीज से पीड़ित लोगों को गुटखा बिलकुल नहीं खाना चाहिए, क्योंकि इससे उनकी स्थिति और भी खराब हो सकती है।
गुटखा छोड़ने के उपाय
गुटखा छोड़ना आसान नहीं होता, क्योंकि इसमें तंबाकू और निकोटीन की लत होती है। लेकिन दृढ़ संकल्प और सही उपायों के साथ इसे छोड़ा जा सकता है। यहाँ कुछ उपाय दिए गए हैं जिनसे आप गुटखा छोड़ने में सफल हो सकते हैं:
- प्रेरणा और दृढ़ संकल्प:
सबसे पहले, आपको यह समझना होगा कि गुटखा आपके स्वास्थ्य के लिए कितना हानिकारक है। खुद को प्रेरित करें और दृढ़ संकल्प लें कि आप इसे छोड़ेंगे। अपने परिवार और दोस्तों से इस बारे में बात करें और उनका समर्थन प्राप्त करें। - धीरे-धीरे सेवन कम करें:
एकदम से गुटखा छोड़ना कई बार कठिन हो सकता है। आप धीरे-धीरे इसके सेवन को कम कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, पहले दिन की तुलना में अगले दिन कम मात्रा में गुटखा खाएं, फिर इसे और घटाते जाएं। - निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी:
निकोटीन की लत छोड़ने के लिए निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी (NRT) का इस्तेमाल किया जा सकता है। यह थैरेपी च्युइंग गम, पैच, और स्प्रे के रूप में उपलब्ध होती है, जो निकोटीन की खपत को धीरे-धीरे कम करती है। - हर्बल विकल्प:
तंबाकू छोड़ने के लिए आप हर्बल च्युइंग गम या सुपारी का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह गुटखे का प्राकृतिक विकल्प है और इससे आपकी लत धीरे-धीरे खत्म हो सकती है। - योग और मेडिटेशन:
योग और ध्यान का अभ्यास करने से मानसिक शांति मिलती है और आपकी इच्छाशक्ति मजबूत होती है। रोजाना कुछ समय के लिए योग और ध्यान करें, यह आपके शरीर और मन दोनों को स्वस्थ रखेगा। - सपोर्ट ग्रुप्स:
कई लोग गुटखा छोड़ने के प्रयास में अकेले संघर्ष करते हैं। इसके लिए आप किसी सपोर्ट ग्रुप में शामिल हो सकते हैं जहाँ लोग तंबाकू छोड़ने का प्रयास कर रहे होते हैं। वहां आपको मार्गदर्शन और समर्थन मिलेगा। - डॉक्टर से सलाह:
यदि आपको गुटखा छोड़ने में कठिनाई हो रही है, तो किसी विशेषज्ञ से सलाह लें। डॉक्टर आपको सही मार्गदर्शन देंगे और कुछ दवाएं भी सुझा सकते हैं जो तंबाकू की लत को कम करने में मदद करती हैं। - खुद को व्यस्त रखें:
अक्सर लोग खाली समय में गुटखा खाने की आदत बना लेते हैं। इससे बचने के लिए खुद को व्यस्त रखें। कोई नई हॉबी अपनाएं, जैसे पेंटिंग, म्यूजिक, या खेल। इससे आपका ध्यान गुटखे से हटेगा। - स्वस्थ खानपान:
गुटखा छोड़ने के बाद शरीर को अंदर से स्वस्थ बनाने के लिए पौष्टिक भोजन करें। हरी सब्जियां, फल, और प्रोटीन युक्त भोजन से आपकी सेहत सुधरेगी और शरीर में आई कमजोरी दूर होगी। - गुटखा छोड़ने के बाद की देखभाल:
जब आप गुटखा छोड़ देते हैं, तो आपको अपने मुंह और दांतों की अच्छी तरह से देखभाल करनी चाहिए। नियमित रूप से दांतों की सफाई करें और समय-समय पर डॉक्टर से चेकअप कराते रहें।
गुटखा छोड़ने के फायदे
गुटखा छोड़ने से शरीर पर कई सकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं। तंबाकू और अन्य हानिकारक तत्वों को छोड़ने के बाद शरीर खुद को ठीक करने लगता है। आइए जानते हैं गुटखा छोड़ने के बाद क्या फायदे होते हैं:
- मुंह और दांतों की सेहत में सुधार:
गुटखा छोड़ने के बाद मुंह की स्थिति धीरे-धीरे सुधरने लगती है। मसूड़ों में सूजन कम होती है,