रेलवे पुल पर Chandrababu Naidu की जान पर आई आफत, अचानक आई ट्रेन से बची जिंदगी” 2024
विजयवाड़ा. आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के विजयवाड़ा से एक हैरान कर देने वाला वीडियो (video) सामने आया है. इसमें देखा जा सकता है कि मुख्यमंत्री (CM) चंद्रबाबू (Chandrababu Naidu) नायडू बाढ़ प्रभावित मधुरानगर का निरीक्षण कर रहे हैं. वे रेलवे ब्रिज (railway bridge) से बाढ़ का जायजा ले रहे थे, तभी ट्रेन आ गई (train arrived). ट्रेन जब ब्रिज से गुजरी तो सीएम नायडू और ट्रेन के बीच कुछ इंच का ही फासला था. वीडियो देखने वाला हर शख्स यही कह रहा है कि ‘बाल-बाल बचे चंद्रबाबू नायडू’.
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू हाल ही में एक बेहद खतरनाक स्थिति से बाल-बाल बचे। वह रेलवे पुल पर खड़े होकर बाढ़ की स्थिति का जायजा ले रहे थे, तभी अचानक से एक तेज गति से ट्रेन आ गई। यह घटना किसी फिल्मी सीन से कम नहीं थी, जहां एक तरफ बाढ़ का पानी उफान मार रहा था और दूसरी तरफ तेज रफ्तार ट्रेन उनके बेहद करीब से गुजर गई।
घटनास्थल का विवरण:
चंद्रबाबू नायडू उस समय रेलवे पुल पर खड़े थे, जब उन्होंने बाढ़ की स्थिति का निरीक्षण शुरू किया। पानी का स्तर काफी बढ़ चुका था और आसपास के इलाकों में तबाही का मंजर साफ नजर आ रहा था। उनकी टीम के कुछ सदस्य भी उनके साथ थे, लेकिन किसी को भी अंदाजा नहीं था कि अचानक एक तेज रफ्तार ट्रेन उनके नजदीक आ जाएगी।
जैसे ही ट्रेन आई:
अचानक सभी की नजरें उस दिशा की ओर गईं, जहां से ट्रेन आ रही थी। टीम ने तेजी से नायडू को सूचना दी और वहां से हटने के लिए कहा। नायडू ने भी स्थिति की गंभीरता को समझते हुए तुरंत पुल से हटने का प्रयास किया। चंद सेकंडों में ही ट्रेन उनके बेहद करीब से गुजर गई, जिससे उनकी जान बच गई। इस पूरे घटनाक्रम को देखकर वहां मौजूद सभी लोग स्तब्ध रह गए।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो:
इस पूरी घटना का वीडियो किसी टीम के सदस्य ने बना लिया और सोशल मीडिया पर साझा कर दिया। वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कैसे चंद्रबाबू नायडू बेहद मुश्किल स्थिति में फंसे थे, और किस तरह से वह ट्रेन के आने के पहले ही खुद को सुरक्षित कर पाए। यह वीडियो वायरल हो गया और लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया।
लोगों की प्रतिक्रियाएं:
वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं आने लगीं। कुछ लोगों ने इसे भगवान की कृपा बताया, तो कुछ ने इसे चंद्रबाबू नायडू की सतर्कता का नतीजा माना। कई लोगों ने यह सवाल भी उठाया कि इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए अधिकारियों को पहले से ही जानकारी क्यों नहीं होती।
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल:
इस घटना के बाद प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। एक उच्च पदस्थ नेता का इस तरह से रेलवे पुल पर बाढ़ का जायजा लेना और उसके दौरान ट्रेन का आना, प्रशासनिक चूक का संकेत है। यह बात भी सामने आई है कि घटना के दौरान किसी ने रेलवे प्रशासन को जानकारी नहीं दी थी कि पुल पर निरीक्षण हो रहा है। यदि समय रहते जानकारी दी गई होती, तो इस तरह की खतरनाक स्थिति पैदा नहीं होती।
नायडू की प्रतिक्रिया:
इस घटना के बाद, चंद्रबाबू नायडू ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह घटना उनके जीवन का सबसे खतरनाक अनुभव था। उन्होंने अपनी टीम की सतर्कता की सराहना की और कहा कि भगवान की कृपा से वह सुरक्षित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस घटना से सबक लिया जाना चाहिए और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए कड़े सुरक्षा उपाय किए जाने चाहिए।